UP Govt School Merger 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय स्कूलों का अन्य स्कूलों में विलय (Merger) करने का निर्णय लिया है। शासन की ओर से सोमवार को इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सभी जिलाधिकारियों और जिला परियोजना अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या बहुत कम है, उनकी पहचान कर उन्हें अन्य निकटवर्ती विद्यालयों में विलय किया जाए।
UP Govt School Merger 2025: इस निर्णय के मुख्य उद्देश्य:
- शैक्षणिक संसाधनों का अधिकतम उपयोग
- गुणवत्ता पूर्ण व समावेशी शिक्षा
- प्रशासनिक कार्यों में दक्षता
- शिक्षकों की सहभागिता बढ़ाना
- संसाधनों का सामूहिक उपयोग
UP Govt School Merger 2025: इससे मिलने वाले लाभ
लाभ | विवरण |
संसाधनों का समुचित उपयोग | भवन, कक्षाएं, ICT उपकरण, शैक्षणिक सामग्री का प्रभावी उपयोग |
शिक्षक सहयोग | शिक्षक एक-दूसरे के साथ मिलकर पढ़ाने में सक्षम होंगे |
बेहतर वातावरण | शिक्षण प्रणाली अधिक विद्यार्थी-केंद्रित और प्रभावशाली बनेगी |
सहकार और समन्वय | स्कूलों के बीच सामंजस्य और सहयोग बढ़ेगा |
छात्रों के लिए लाभ | गुणवत्तापूर्ण, समावेशी और आनंददायक शिक्षा प्राप्त होगी |

UP Govt School Merger 2025: प्रक्रिया कैसे होगी?
- प्रत्येक जिले में ऐसे स्कूलों की पहचान की जाएगी जहाँ 50 से कम छात्र नामांकित हैं।
- इन स्कूलों का अन्य नजदीकी स्कूलों में विलय किया जाएगा।
- सभी जिलाधिकारी और परियोजना अधिकारी इसका प्राप्ति सत्यापन करेंगे।
- संसाधनों का स्थानांतरण और पुनः व्यवस्थापन किया जाएगा।
UP Govt School Merger 2025: इससे शिक्षा व्यवस्था में क्या बदलाव आएगा?
- नवाचार और समेकन की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
- इससे छात्रों को बेहतर वातावरण, संसाधन और शिक्षक मिल सकेंगे।
- प्रशासनिक स्तर पर भी दक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
UP Govt School Merger 2025: उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम राज्य की प्राथमिक शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल संसाधनों का कुशल प्रबंधन संभव होगा, बल्कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिल सकेगी।