CTET Exam Full Syllabus 2025, CTET Syllabus subject wise

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET (Central Teacher Eligibility Test) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है, जिसका आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा किया जाता है। यह परीक्षा भारत में सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अनिवार्य होती है।

CTET दो पेपरों में आयोजित की जाती है:

  • पेपर 1 – कक्षा I से V के लिए शिक्षक पात्रता।
  • पेपर 2 – कक्षा VI से VIII के लिए शिक्षक पात्रता।
  • दोनों पेपर देने वाले उम्मीदवार कक्षा I से VIII तक पढ़ाने के पात्र होंगे।

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET 2025 परीक्षा पैटर्न

विशेषता पेपर 1 पेपर 2
प्रश्नों की कुल संख्या 150 150
कुल अंक 150 150
प्रत्येक प्रश्न का अंक 1 1
नेगेटिव मार्किंग नहीं नहीं
परीक्षा की अवधि 2 घंटे 30 मिनट 2 घंटे 30 मिनट
प्रश्नों का प्रकार बहुविकल्पीय (MCQ) बहुविकल्पीय (MCQ)
परीक्षा मोड ऑनलाइन (CBT) ऑनलाइन (CBT)

CTET 2025 परीक्षा पैटर्न

पेपर 1 (प्राथमिक स्तर – कक्षा 1 से 5)

विषय प्रश्नों की संख्या अंक
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र 30 30
भाषा 1 (हिंदी / अंग्रेजी आदि) 30 30
भाषा 2 (कोई अन्य भाषा) 30 30
गणित 30 30
पर्यावरण अध्ययन 30 30
कुल 150 150

पेपर 2 (उच्च प्राथमिक स्तर – कक्षा 6 से 8)

विषय प्रश्नों की संख्या अंक
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र 30 30
भाषा 1 30 30
भाषा 2 30 30
गणित और विज्ञान (विज्ञान शिक्षकों के लिए) 60 60
सामाजिक अध्ययन (सामाजिक विज्ञान शिक्षकों के लिए) 60 60
कुल 150 150

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET 2025 पेपर 1 (प्राथमिक स्तर: कक्षा I से V) का सिलेबस

विषय प्रश्नों की संख्या अंक प्रमुख विषयवस्तु
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र 30 30 विकास और अधिगम की अवधारणा, समावेशी शिक्षा, सीखने के सिद्धांत, बाल-केंद्रित शिक्षा, बहु-आयामी बुद्धिमत्ता, विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चे।
भाषा I (हिंदी/अन्य क्षेत्रीय भाषा) 30 30 भाषा शिक्षण के सिद्धांत, मौखिक और लिखित संप्रेषण, भाषा कौशल, व्याकरण।
भाषा II (अंग्रेजी/संस्कृत/उर्दू आदि) 30 30 भाषा शिक्षण के सिद्धांत, गद्यांश और पद्यांश की समझ, व्याकरण।
गणित 30 30 संख्या पद्धति, जोड़-घटाव, गुणा-भाग, ज्यामिति, समय, डेटा इंटरप्रिटेशन।
पर्यावरण अध्ययन 30 30 जीव-जंतु, प्राकृतिक संसाधन, भोजन, पारिस्थितिकी, पर्यावरणीय समस्याएँ।

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

(क) बाल विकास (प्राथमिक विद्यालय के बच्चे): 15 प्रश्न

  • विकास की अवधारणा और इसका अधिगम से संबंध
  • बच्चों के विकास के सिद्धांत
  • अनुवांशिकता एवं पर्यावरण का प्रभाव
  • सामाजिककरण की प्रक्रियाएँ: सामाजिक संसार और बच्चे (शिक्षक, माता-पिता, सहपाठी)
  • पियाजे, कोहलबर्ग और वायगोत्स्की: संकल्पनाएँ और आलोचनात्मक दृष्टिकोण
  • बाल-केंद्रित एवं प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा
  • बुद्धिमत्ता की संकल्पना का आलोचनात्मक दृष्टिकोण
  • बहुआयामी बुद्धिमत्ता
  • भाषा एवं विचार
  • लिंग एक सामाजिक संरचना के रूप में; लिंग भूमिकाएँ, लिंग पक्षपात एवं शैक्षिक व्यवहार
  • शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत भिन्नताएँ, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म आदि के आधार पर विविधताओं को समझना
  • अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन; विद्यालय-आधारित मूल्यांकन, सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन: दृष्टिकोण और व्यवहार
  • शिक्षार्थियों की तत्परता स्तर का आकलन करने हेतु उपयुक्त प्रश्नों का निर्माण; कक्षा में अधिगम और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने तथा शिक्षार्थियों की उपलब्धि का आकलन करने के लिए

(ख) समावेशी शिक्षा की अवधारणा और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की समझ: 5 प्रश्न

  • विविध पृष्ठभूमियों से आने वाले शिक्षार्थियों को समझना, विशेष रूप से वंचित और उपेक्षित बच्चे
  • अधिगम कठिनाइयों, शारीरिक बाधाओं आदि से ग्रस्त बच्चों की आवश्यकताओं को समझना
  • प्रतिभावान, सृजनशील एवं विशेष योग्यता वाले शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं का समाधान

(ग) अधिगम एवं शिक्षाशास्त्र: 10 प्रश्न

  • बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं; क्यों और कैसे बच्चे विद्यालय में असफल होते हैं
  • शिक्षण और अधिगम की मौलिक प्रक्रियाएँ; बच्चों की अधिगम रणनीतियाँ; अधिगम एक सामाजिक गतिविधि के रूप में; अधिगम का सामाजिक संदर्भ
  • बच्चा एक समस्या समाधानकर्ता और ‘वैज्ञानिक अन्वेषक’ के रूप में
  • बच्चों में अधिगम की वैकल्पिक अवधारणाएँ, उनकी ‘त्रुटियों’ को अधिगम प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण चरण के रूप में समझना
  • संज्ञान और भावनाएँ
  • अभिप्रेरणा और अधिगम
  • अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक – व्यक्तिगत एवं पर्यावरणीय

भाषा I पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

(क) भाषा बोध: 15 प्रश्न

  • अपठित गद्यांशों का वाचन – दो गद्यांश, एक गद्य या नाटक तथा एक कविता, जिनमें बोधगम्यता, व्याकरण और मौखिक क्षमता से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे (गद्यांश साहित्यिक, वैज्ञानिक, वर्णनात्मक या विवेचनात्मक हो सकते हैं)

(ख) भाषा विकास का शिक्षाशास्त्र: 15 प्रश्न

  • अधिगम और अर्जन
  • भाषा शिक्षण के सिद्धांत
  • श्रवण और वाचन की भूमिका; भाषा का कार्य और इसे बच्चे कैसे उपकरण के रूप में उपयोग करते हैं
  • भाषा अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर आलोचनात्मक दृष्टिकोण
  • विविध कक्षा में भाषा शिक्षण की चुनौतियाँ; भाषा संबंधी कठिनाइयाँ, त्रुटियाँ एवं विकार
  • भाषा कौशल
  • भाषा बोध और दक्षता का मूल्यांकन: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना
  • शिक्षण-अधिगम सामग्री: पाठ्यपुस्तकें, बहु-माध्यम सामग्री, कक्षा में बहुभाषीय संसाधन
  • उपचारात्मक शिक्षण

भाषा II पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

(क) बोधगम्यता: 15 प्रश्न

  • दो अपठित गद्यांश (विवेचनात्मक, साहित्यिक, वर्णनात्मक या वैज्ञानिक) जिनसे बोधगम्यता, व्याकरण और मौखिक क्षमता से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे

(ख) भाषा विकास का शिक्षाशास्त्र: 15 प्रश्न

  • अधिगम और अर्जन
  • भाषा शिक्षण के सिद्धांत
  • श्रवण और वाचन की भूमिका; भाषा का कार्य और इसे बच्चे कैसे उपकरण के रूप में उपयोग करते हैं
  • भाषा अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर आलोचनात्मक दृष्टिकोण
  • विविध कक्षा में भाषा शिक्षण की चुनौतियाँ; भाषा संबंधी कठिनाइयाँ, त्रुटियाँ एवं विकार
  • भाषा कौशल
  • भाषा बोध और दक्षता का मूल्यांकन: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना
  • शिक्षण-अधिगम सामग्री: पाठ्यपुस्तकें, बहु-माध्यम सामग्री, कक्षा में बहुभाषीय संसाधन
  • उपचारात्मक शिक्षण

गणित पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

(क) विषयवस्तु: 15 प्रश्न

  • ज्यामिति
  • आकार एवं स्थानिक समझ
  • हमारे चारों ओर ठोस वस्तुएँ
  • संख्याएँ
  • जोड़ और घटाव
  • गुणा
  • भाग
  • मापन
  • भार
  • समय
  • आयतन
  • आंकड़ों का प्रबंधन
  • पैटर्न
  • मुद्रा

(ख) गणितीय शिक्षण: 15 प्रश्न

  • गणित की प्रकृति / तार्किक चिंतन; बच्चों की सोचने और तर्क करने की प्रवृत्ति तथा अधिगम रणनीतियों को समझना
  • पाठ्यक्रम में गणित का स्थान
  • गणित की भाषा
  • समुदाय गणित
  • औपचारिक एवं अनौपचारिक तरीकों से मूल्यांकन
  • शिक्षण की समस्याएँ
  • त्रुटि विश्लेषण और अधिगम-शिक्षण से संबंधित अन्य पहलू
  • निदानात्मक और उपचारात्मक शिक्षण

पर्यावरण अध्ययन पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

(क) विषयवस्तु: 15 प्रश्न

I. परिवार और मित्र:

  • संबंध
  • कार्य और खेल
  • जानवर
  • पौधे

II. भोजन

III. आश्रय

IV. जल

V. यात्रा

VI. वस्तुएँ जो हम बनाते और उपयोग करते हैं

(ख) शिक्षाशास्त्र संबंधी मुद्दे: 15 प्रश्न

  • पर्यावरण अध्ययन की अवधारणा और दायरा
  • पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समग्र पर्यावरण अध्ययन
  • पर्यावरण अध्ययन और पर्यावरण शिक्षा
  • अधिगम सिद्धांत
  • विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से संबंध एवं व्याप्ति
  • अवधारणाओं को प्रस्तुत करने के दृष्टिकोण
  • गतिविधियाँ
  • प्रयोगात्मक/व्यावहारिक कार्य
  • चर्चा
  • सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन (CCE)
  • शिक्षण सामग्री/सहायक उपकरण
  • शिक्षण की समस्याएँ
CTET Exam Full Syllabus 2025
CTET Exam Full Syllabus 2025

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET 2025 पेपर 2 (उच्च प्राथमिक स्तर: कक्षा VI से VIII) का सिलेबस

विषय प्रश्नों की संख्या अंक प्रमुख विषयवस्तु
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र 30 30 किशोरावस्था का विकास, सीखने के सिद्धांत, समावेशी शिक्षा, शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया।
भाषा I (हिंदी/अन्य क्षेत्रीय भाषा) 30 30 भाषा शिक्षण के सिद्धांत, भाषा अधिगम, व्याकरण।
भाषा II (अंग्रेजी/संस्कृत/उर्दू आदि) 30 30 भाषा शिक्षण के सिद्धांत, गद्यांश और पद्यांश की समझ, व्याकरण।
गणित एवं विज्ञान (गणित + विज्ञान) 60 60 गणित: बीजगणित, ज्यामिति, सांख्यिकी, प्रायिकता। विज्ञान: पदार्थ, बल और गति, ऊर्जा, पर्यावरण, प्रदूषण।
सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान 60 60 इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, पर्यावरणीय अध्ययन।

I. बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

यह विषय पेपर-1 और पेपर-2 दोनों में सामान्य है और इसे हल करना अनिवार्य है। इस खंड के माध्यम से अभ्यर्थी के बाल विकास और समावेशी शिक्षा की अवधारणा से संबंधित ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा। नीचे दिए गए विषयों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पाठ्यक्रम को स्पष्ट रूप से समझें।

(क) बाल विकास (प्राथमिक विद्यालय बालक): 15 प्रश्न

  • विकास की अवधारणा और इसका अधिगम से संबंध
  • बच्चों के विकास के सिद्धांत
  • अनुवांशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
  • समाजीकरण की प्रक्रियाएँ: सामाजिक दुनिया और बच्चे (शिक्षक, माता-पिता, सहपाठी)
  • पियाजे, कोलबर्ग और वायगोत्स्की के सिद्धांत और उनकी आलोचनात्मक व्याख्या
  • बाल-केंद्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा
  • बुद्धिमत्ता की अवधारणा का आलोचनात्मक दृष्टिकोण
  • बहुआयामी बुद्धिमत्ता
  • भाषा और चिंतन
  • लिंग एक सामाजिक संरचना के रूप में; लैंगिक भूमिकाएँ, लैंगिक पक्षपात और शैक्षिक व्यवहार
  • शिक्षार्थियों में व्यक्तिगत विभिन्नताएँ, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म आदि के आधार पर विविधता की समझ
  • अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन में अंतर; स्कूल-आधारित मूल्यांकन, सतत और व्यापक मूल्यांकन (CCE): दृष्टिकोण और अभ्यास
  • शिक्षार्थियों की तत्परता के स्तर का आकलन करने के लिए उपयुक्त प्रश्नों का निर्माण; कक्षा में अधिगम और समालोचनात्मक चिंतन को बढ़ाने तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि का मूल्यांकन करने हेतु प्रश्नों का निर्माण

(ख) समावेशी शिक्षा की अवधारणा और विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों की समझ: 5 प्रश्न

  • विविध पृष्ठभूमियों से आने वाले शिक्षार्थियों को समझना, जिनमें वंचित और गरीब बच्चे शामिल हैं
  • अधिगम कठिनाइयों, ‘अपंगता’ आदि वाले बच्चों की आवश्यकताओं को संबोधित करना
  • प्रतिभाशाली, रचनात्मक और विशेष रूप से सक्षम शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं को समझना

(ग) अधिगम एवं शिक्षाशास्त्र: 10 प्रश्न

  • बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं; स्कूल प्रदर्शन में असफलता के कारण
  • शिक्षण और अधिगम की मूलभूत प्रक्रियाएँ; बच्चों की अधिगम रणनीतियाँ; अधिगम एक सामाजिक गतिविधि के रूप में; अधिगम का सामाजिक संदर्भ
  • बच्चा एक समस्या समाधानकर्ता और ‘वैज्ञानिक अन्वेषक’ के रूप में
  • बच्चों में अधिगम की वैकल्पिक अवधारणाएँ, बच्चों की ‘त्रुटियों’ को अधिगम प्रक्रिया के महत्वपूर्ण चरण के रूप में समझना
  • संज्ञानात्मकता एवं भावनाएँ
  • प्रेरणा और अधिगम
  • अधिगम में योगदान देने वाले कारक – व्यक्तिगत और पर्यावरणीय

II. भाषा I पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

इस खंड में अभ्यर्थी की चुनी हुई भाषा की समझ का मूल्यांकन किया जाएगा।

(क) भाषा बोध: 15 प्रश्न

  • दो अपठित गद्यांश (एक गद्य या नाटक और एक कविता) पर आधारित प्रश्न
  • प्रश्नों में बोध, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक क्षमता पर आधारित प्रश्न शामिल होंगे

(ख) भाषा विकास की शिक्षाशास्त्र: 15 प्रश्न

  • अधिगम और अर्जन
  • भाषा शिक्षण के सिद्धांत
  • सुनने और बोलने की भूमिका; भाषा का कार्य और बच्चे इसे एक उपकरण के रूप में कैसे उपयोग करते हैं
  • भाषा सीखने में व्याकरण की भूमिका पर आलोचनात्मक दृष्टिकोण; विविध कक्षा में भाषा शिक्षण की चुनौतियाँ; भाषा संबंधी कठिनाइयाँ, त्रुटियाँ और विकार
  • भाषा कौशल
  • भाषा बोध और प्रवीणता का मूल्यांकन: सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना
  • शिक्षण-सहायक सामग्री: पाठ्यपुस्तक, बहु-माध्यम सामग्री, कक्षा में बहुभाषी संसाधन
  • उपचारात्मक शिक्षण

III. भाषा II पाठ्यक्रम – 30 प्रश्न

दूसरी भाषा का परीक्षण अभ्यर्थी की अंग्रेज़ी भाषा की समझ को परखने के लिए होगा।

(क) बोध: 15 प्रश्न

  • दो अपठित गद्यांश (विवेचनात्मक, साहित्यिक, वर्णनात्मक या वैज्ञानिक)
  • प्रश्नों में बोध, व्याकरण और मौखिक क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा

(ख) भाषा विकास की शिक्षाशास्त्र: 15 प्रश्न

(ऊपर भाषा I में उल्लिखित शिक्षाशास्त्र के समान ही रहेगा)

IV. गणित एवं विज्ञान पाठ्यक्रम – 60 प्रश्न

गणित और विज्ञान विषय से कुल 60 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें गणित से 30 और विज्ञान से 30 प्रश्न होंगे।

(क) गणित: 30 प्रश्न

(i) विषयवस्तु: 20 प्रश्न

  • संख्यात्मक प्रणाली
  • संख्याएँ और संख्याओं के साथ खेल
  • पूर्ण संख्याएँ, ऋणात्मक संख्याएँ और पूर्णांक
  • भिन्न
  • बीजगणित
  • अनुपात और समानुपात
  • ज्यामिति
  • क्षेत्रमिति
  • डेटा प्रबंधन

(ii) शिक्षाशास्त्र संबंधी मुद्दे: 10 प्रश्न

  • गणित की प्रकृति और तर्कशीलता
  • पाठ्यक्रम में गणित का स्थान
  • गणित की भाषा
  • सामुदायिक गणित
  • मूल्यांकन
  • उपचारात्मक शिक्षण
  • शिक्षण की समस्याएँ

(ख) विज्ञान: 30 प्रश्न

(i) विषयवस्तु: 20 प्रश्न

  • भोजन, पदार्थ, जीव-जगत, गति, प्राकृतिक घटनाएँ, प्राकृतिक संसाधन आदि

(ii) शिक्षाशास्त्र संबंधी मुद्दे: 10 प्रश्न

  • विज्ञान का स्वरूप एवं संरचना
  • विज्ञान के उद्देश्य
  • पर्यवेक्षण, प्रयोग और खोज विधि
  • पाठ्य सामग्री और सहायक सामग्री
  • मूल्यांकन पद्धतियाँ

V. सामाजिक अध्ययन / सामाजिक विज्ञान पाठ्यक्रम – 60 प्रश्न

इस खंड में इतिहास, भूगोल और सामाजिक-राजनीतिक जीवन से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे।

(i) इतिहास

  • प्रारंभिक समाज
  • प्राचीन राज्य
  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

(ii) भूगोल

  • पृथ्वी और सौरमंडल
  • पर्यावरण
  • जल, वायु, मानव पर्यावरण

(iii) सामाजिक और राजनीतिक जीवन

  • विविधता, लोकतंत्र, संविधान, न्यायपालिका, सामाजिक न्याय और वंचित वर्ग

(iv) शिक्षाशास्त्र संबंधी मुद्दे (20 प्रश्न)

  • सामाजिक अध्ययन की अवधारणा
  • कक्षा में गतिविधियाँ और संवाद
  • आलोचनात्मक चिंतन का विकास
  • शिक्षण की समस्याएँ
  • परियोजना कार्य
  • मूल्यांकन पद्धतियाँ

CTET 2025 के लिए पात्रता मानदंड

पेपर 1 (कक्षा I से V के लिए शिक्षक)

  • योग्यता:
    • D.El.Ed (BTC) या B.Ed का प्रथम वर्ष पूरा कर चुके अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।
    • 12वीं में न्यूनतम 50% अंक + D.El.Ed (BTC) अनिवार्य।

पेपर 2 (कक्षा VI से VIII के लिए शिक्षक)

  • योग्यता:
    • स्नातक + D.El.Ed (BTC) या B.Ed धारक आवेदन कर सकते हैं।
    • कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक + B.Ed/D.El.Ed आवश्यक।

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया

कैसे आवेदन करें?

  1. CBSE की आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाएँ।
  2. CTET 2025 के लिए नया रजिस्ट्रेशन करें।
  3. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें (फोटो, सिग्नेचर, योग्यता प्रमाण पत्र)।
  4. फीस का ऑनलाइन भुगतान करें।
  5. फाइनल आवेदन पत्र डाउनलोड करें और प्रिंट लें।

आवेदन शुल्क

श्रेणी केवल पेपर 1 या 2 दोनों पेपर (1 & 2)
सामान्य/ओबीसी ₹1000 ₹1200
एससी/एसटी/दिव्यांग ₹500 ₹600

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET 2025 की महत्वपूर्ण तिथियाँ (संभावित)

घटना तिथि (संभावित)
अधिसूचना जारी होने की तिथि अप्रैल 2025
आवेदन शुरू होने की तिथि मई 2025
अंतिम तिथि जून 2025
एडमिट कार्ड जारी होने की तिथि जुलाई 2025
परीक्षा तिथि जुलाई 2025
परिणाम घोषित होने की तिथि अगस्त 2025

CTET Exam Full Syllabus 2025: CTET 2025 की तैयारी के लिए सुझाव

  • NCERT की पुस्तकों से अध्ययन करें।
  • बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र को गहराई से समझें।
  • पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें।
  • ऑनलाइन मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस सेट का अभ्यास करें।
  • गणित और विज्ञान के लिए संख्यात्मक और अवधारणात्मक समझ विकसित करें।
आधिकारिक वेबसाइट
HOME

Leave a Comment